कंगाल है तालिबान का इस्लामिक अमीरात अफगानिस्तान! मुद्रा भंडार में नहीं फूटी कौड़ी, करेंसी टूटेगी, महंगाई बढ़ेगी
Taliban news: तालिबान ने इस्लामिक अमीरात अफगानिस्तान में अपना हुकम चलाना शुरू कर दिया है. लेकिन, हालात ये हैं कि उनके पास देश चलाने को पैसा नहीं है. सब रिजर्व फ्रीज है.
Taliban news: तालिबान (Taliban) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) की सत्ता पर कब्जा किया और अपना हुकम चलाना शुरू कर दिया. इस्लामिक कानून को मान्यता दी. साथ ही अफगानिस्तान का नाम बदलकर इस्लामिक अमीरात अफगानिस्तान रख दिया. लेकिन, इन सबके बीच देश को चलाने के लिए तालिबान के पास फूटी कौड़ी भी नहीं है. उनके रिजर्व में विदेशी मुद्रा नहीं है.
देश में नहीं है कोई नकदी
अफगानिस्तान के केंद्रीय बैंक के गवर्नर (Afghanistan Central bank governor) के मुताबिक, देश का करीब 9 अरब डॉलर का आरक्षित मुद्रा भंडार विदेशों में है. उन्होंने कहा कि देश में नकदी के तौर पर कोई विदेशी मुद्रा उपलब्ध नहीं है. अमेरिका ने फंड को फ्रीज कर दिया है.
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तालिबान को नहीं मिला नकदी भंडार
केंद्रीय बैंक के प्रमुख अजमल अहमदी (Ajmal Ahmady) ने ट्वीट कर कहा कि देश की करीब 9 अरब डॉलर की राशि में से 7 अरब डॉलर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के बॉन्ड, संपत्तियों और सोने में जमा है. जिसे फ्रीज किया जा चुका है. उन्होंने साफ किया कि अफगानिस्तान के पास अमेरिकी मुद्रा का भंडार ‘शून्य’ है. तालिबान को देश पर कब्जे के बीच नकदी का भंडार नहीं मिल पाया है. ऐसे में उनके लिए देश को चलाना आसान नहीं होगा. वहीं, दूसरी तरफ तालिबान ने इम्पोर्ट एक्सपोर्ट भी बैन कर दिया है.
Therefore, we can say the accessible funds to the Taliban are perhaps 0.1-0.2% of Afghanistan’s total international reserves. Not much
— Ajmal Ahmady (@aahmady) August 18, 2021
Without Treasury approval, it is also unlikely that any donors would support the Taliban Government. https://t.co/UTrkms6i42
करेंसी गिरेगी, महंगाई बढ़ेगी
अहमदी ने लिखा है- नकदी की अगली खेप नहीं आ पाई. अमेरिकी डॉलर की कमी से अफगानिस्तान की मुद्रा का मूल्य (Afghanistan currency) गिरेगा और महंगाई बढ़ेगी. अमेरिकी सरकार ने तालिबान पर प्रतिबंध लगा रखा है. ऐसे में विदेशों में जमा भंडार लाना मुश्किल होगा. अहमदी ने कहा कि तालिबान ने सैन्य रूप से जीत हासिल कर ली है, लेकिन अब उसके लिए देश चलाना आसान नहीं होगा.
Therefore, my base case would be the following:
— Ajmal Ahmady (@aahmady) August 18, 2021
- Treasury freezes assets
- Taliban have to implement capital controls and limit dollar access
- Currency will depreciate
- Inflation will rise as currency pass through is very high
- This will hurt the poor as food prices increase
करेंसी में रिकॉर्ड गिरावट
तालिबान के राजधानी काबुल (Kabul) पर कब्जा करने के बाद से ही अफगानिस्तान में हालात खराब हैं. देश की करेंसी में रिकॉर्ड गिरावट आई है. ब्लूमबर्ग के आंकड़ो के मुताबिक, देश की करेंसी अफगान अफगानी (Afghani) की कीमत गुरुवार को डॉलर के मुकाबले 2 फीसदी से ज्यादा गिरकर 86.15 के भाव पर आ गई.
12:51 PM IST